वॉशिंगटन (ट्रैवल पोस्ट) International news : अमेरिका में काम करने का सपना हर साल लाखों विदेशी पेशेवरों के दिलों में पलता है, खासकर भारतीय युवाओं के बीच। इस सपने का सबसे अहम जरिया है H-1B वीजा, जिसके तहत अमेरिकी कंपनियां विदेशी स्किल्ड वर्कर्स को हायर करती हैं। इस साल भी हजारों भारतीयों वर्कर्स का लॉटरी में नाम नहीं आया है। वे काफी ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि उनका अमेरिका में जॉब करने का सपना टूट गया है।
हालांकि, भारतीय वर्कर्स को टेंशन लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि H-1B वीजा के ढेरों विकल्प मौजूद हैं। इनके जरिए आसानी से यूएस में जॉब करने के लिए एंट्री ली जा सकती है। सबसे अच्छी बात ये है कि इनमें से कुछ वीजा तो परमानेंट रेजिडेंसी का रास्ता भी खोलते हैं। आइए H-1B वीजा के पांच विकल्पों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
International news : लॉटरी से छूट वाली जॉब के लिए वीजा
अमेरिका में कुछ ऐसे संगठन होते हैं, जिन्हें विदेशों से हायरिंग के लिए H-1B वीजा के लॉटरी सिस्टम का हिस्सा नहीं बनना पड़ता है। आसान भाषा में कहें तो यहां काम करने वाले वर्कर को H-1B वीजा तो मिलता है, लेकिन बिना लॉटरी में शामिल हुए।
कंपनी में ट्रांसफर के लिए L-1 वीजा
अगर किसी अमेरिकी कंपनी का दफ्तर देश के बाहर विदेश में है, तो वह वहां से भी वर्कर्स को यूएस में जॉब करने बुला सकती है। इसके लिए वर्कर को L-1 वीजा मिलेगा। L-1 वीजा तभी मिलता है, जब कर्मचारी मैनेजर, एग्जिक्यूटिव या स्पेशलाइज्ड काम करने वाला हो।
असाधारण प्रतिभा वाले लोगों के लिए O-1 वीजा
O-1 वीजा उन लोगों के लिए परफेक्ट है, जिन्होंने साइंस, आर्ट्स, बिजनेस और एथलेटिक्स जैसे सेक्टर्स में असाधारण क्षमता या महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। अमेरिका में ये वीजा काम करने और रहने के लिए ये सबसे बेहतरीन माना जाता है।
इंटर्न और ट्रेनी के लिए J-1 वीजा
अमेरिका में एक्सचेंज प्रोग्राम के जरिए प्रोफेशनल वर्क एक्सपीरियंस हासिल करने की सोच रहे लोगों के लिए J-1 वीजा सबसे बेहतरीन है। J-1 वीजा हासिल करने के लिए आपको सबसे पहले किसी अमेरिकी संस्थान से स्पांसरशिप हासिल करनी होगी।
H-1B की तर्ज पर B-1 वीजा
H-1B के बदले B-1 वीजा कुछ शर्तों पर दिया जाता है। इसमें कर्मचारी को विदेशी पेरोल पर रहना चाहिए, नौकरी अस्थायी, शॉर्ट-टर्म और कर्मचारी की स्किल के अनुरूप होनी चाहिए और वीजा के दुरुपयोग से बचना चाहिए।
