Adani Group Pilot Training : भारत को मिलेंगे और पायलट! ट्रेनिंग सेक्टर में उतर रहा है अडानी ग्रुप

Adani Group Pilot Training

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नई दिल्ली (ट्रैवल पोस्ट) : Adani Group Pilot Training : अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी एविएशन सेक्टर में तेज़ी से अपना दायरा बढ़ा रहे हैं। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट में बड़ा निवेश करने के बाद, वे अब पायलट प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी कदम रखने की तैयारी में हैं। वर्तमान में अडानी ग्रुप देश के 8 एयरपोर्ट का संचालन करता है।

अडानी ग्रुप की डिफेंस और एयरोस्पेस कंपनी एडीएसटी भारत की प्रमुख पायलट ट्रेनिंग कंपनी फ्लाइट सिम्युलेशन टेक्निक सेंटर का अधिग्रहण करने पर विचार कर रही है। एफएसटीसी किसी खास एयरलाइन से जुड़ा नहीं है, इसलिए इस डील के सफल होने पर अडानी ग्रुप एविएशन ट्रेनिंग बिजनेस में बड़ी एंट्री कर लेगा और अपने M&A पोर्टफोलियो को और मजबूत करेगा।

एडीएसटी का बढ़ता बिजनेस

एडीएसटी ऑर्गेनिक ग्रोथ के साथ-साथ अधिग्रहण के जरिए भी अपना विस्तार कर रही है। दिसंबर 2024 में कंपनी ने एयर वर्क्स में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदकर MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल) सेक्टर में कदम रखा। इसके बाद इंडेमर टेक्निक्स में 50% हिस्सेदारी लेकर कंपनी ने अपनी मौजूदगी और मजबूत की। शेष 50% हिस्सा प्राइम एयरो के पास है।

डिफेंस सेक्टर में भी एडीएसटी की मजबूत पकड़ है। कंपनी भारतीय रक्षा मंत्रालय को ड्रोन, लोइटेरिंग म्यूनिशन और अन्य वॉरफेयर सिस्टम सप्लाई करती है। इन सिस्टम्स का उपयोग इसी साल मई में भारत–पाकिस्तान के बीच हुए ऑपरेशन सिंदूर में किया गया।

Adani Group Pilot Training : डिफेंस–एयरोस्पेस सेक्टर का महत्व

डिफेंस और एयरोस्पेस अडानी ग्रुप की प्राथमिकताओं में शामिल हैं। ग्रुप जल्द ही इस सेक्टर में अपने निवेश को तीन गुना करने की योजना बना रहा है। अभी तक ग्रुप का निवेश लगभग ₹5,000 करोड़ है।

एफएसटीसी के संभावित अधिग्रहण से एडीएसटी को बढ़ती कॉकपिट क्रू मांग का सीधा लाभ मिलेगा। पायलटों को अनिवार्य रूप से फ्लाइट सिम्युलेटर पर ट्रेनिंग लेनी होती है, और जियोपॉलिटिकल तनाव, बढ़ते रक्षा खर्च और एडवांस्ड स्किल्स की जरूरत के चलते मिलिट्री पायलटों की मांग भी लगातार बढ़ रही है।

एफएसटीसी का कारोबार

एफएसटीसी के ग्राहक भारतीय रक्षा बलों से लेकर कई कमर्शियल एयरलाइंस तक फैले हुए हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने ₹214.5 करोड़ का रेवेन्यू और ₹124.2 करोड़ का ऑपरेटिंग प्रॉफिट दर्ज किया। सिम्युलेटर और ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट बेड़े के विस्तार में लगातार निवेश के कारण कंपनी की आय में तेज़ बढ़ोतरी हुई है, जिसके लिए उसने लोन सहित कई फंडिंग विकल्पों का उपयोग किया। वित्त वर्ष 2023 में एफएसटीसी का रेवेन्यू ₹165.1 करोड़ और ऑपरेटिंग प्रॉफिट ₹96.4 करोड़ रहा था।

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