Alhind Group Launched Airline

Alhind Group Launched Airline : संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में मजबूत उपस्थिति रखने वाला केरल स्थित ट्रैवल सर्विस ऑपरेटर ग्रुप अलहिंद ने अपनी एयरलाइन शुरू करने का ऐलान किया है। इस एयरलाइन का लक्ष्य किफायती हवाई यात्रा का विकल्प देना है। ग्रुप भारत और खाड़ी देशों के बीच सस्ती हवाई यातायात उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखता है। बीते तीन दशकों से ट्रैवल इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे इस समूह को एयरलाइन शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की प्रारंभिक मंजूरी मिल गई है। ग्रुप के नाम पर ही एयरलाइन का नाम अलहिंद एयर रखा गया है। खाड़ी देशों में बड़ी संख्या में भारतीय काम करते हैं, ऐसे में ये नई एयरलाइन उनके लिए बेहतर विकल्प लेकर आएगी।

खलीज टाइम्स के मुताबिक, अलहिंद ग्रुप चेयरमैन मोहम्मद हारिस ने बताया है कि पिछले हफ्ते हमने कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएएल) के अधिकारियों के साथ बैठक की। हमने एयरपोर्ट पर लैंडिंग की अनुमति के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज जमा कर दिए हैं। हमें एयरलाइन शुरू करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) पहले ही मिल चुका है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगर इस साल नहीं तो जनवरी 2025 तक परिचालन शुरू हो जाएगा।

Alhind Group Launched Airline :

समूह के प्रमोटर ने खुलासा किया कि अलहिंद समूह हवाई टिकटिंग, हॉलिडे पैकेज, हज-उमरा सेवाएं, वीजा और मनी एक्सचेंज सहित सेवाएं प्रदान करता है। इस ग्रुप के पास पहले से ही 20,000 करोड़ रुपए का कारोबार है और इसका बिक्री नेटवर्क मजबूत है, जो एयरलाइन के सफल लॉन्च में सहायक हो सकता है। अलहिंद समूह भारत और विदेशों में यात्रा और पर्यटन उद्योग में अग्रणी खिलाड़ियों में से एक है। इससो विमानन क्षेत्र में रणनीतिक लॉन्च से पूर्णता में वृद्धि, हवाई किराए में कमी और यात्रियों के लिए सेवा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है।

रिपोर्ट के अनुसार, अलहिंद एयर तीन एटीआर-72 टर्बोप्रॉप विमानों के साथ अपना शुरुआती परिचालन शुरू करेगी। एयरलाइन दक्षिण भारत में क्षेत्रीय मार्गों पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसमें कोचीन, बेंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और चेन्नई प्रमुख हैं। समूह के एक शीर्ष अधिकारी ने CNBC को बताया कि हमारे पास क्षेत्रीय मार्गों पर उड़ान भरने के लिए कुल पांच एटीआर विमान होंगे। हमने अपने परिचालन के लिए कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से सभी तरह का समर्थन प्राप्त कर लिया है। एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, पायलट, केबिन क्रू, इंजीनियर और अन्य ग्राउंड स्टाफ को काम पर रखने की कवायद शुरू हो जाएगी।

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