Bad news for Indian Green Card applicants! Will they have to wait longer for a visa?
वाशिंगटन (ट्रैवल पोस्ट) Immigration Visa Bulletin – सोमवार को यूएस वीजा बुलेटिन जारी किया गया, जिसमें एक ऐसी बात सामने आई, जिससे भारतीय ग्रीन कार्ड आवेदकों को झटका लग सकता है। दरअसल, बुलेटिन में अप्रैल के दौरान ‘फाइनल एक्शन डेट्स’ और ‘डेट्स फॉर फाइलिंग एप्लिकेशंस’ के लिए अप्रवासियों की संख्या को बताया गया है। इस बुलेटिन में ये भी बताया गया है कि भारतीय ग्रीन कार्ड आवेदकों के लिए EB-5 वीजा कैटगरी दो साल से अधिक पीछे चली गई है।
अप्रैल वीज़ा बुलेटिन के अनुसार, ईबी-5 अनरिजर्व्ड वीज़ा कैटगरी में फाइनल एक्शन डेट्स को पीछे ले जाना पड़ा है। ऐसा करने के पीछे चीन और भारत द्वारा बढ़ती मांग और वीजा के उपयोग को बताया गया है। ये भी कहा गया है कि यदि मांग और संख्या का उपयोग बढ़ता रहता है, तो शेष विश्व के देशों के लिए फाइनल एक्शन डेट निर्धारित करना भी आवश्यक हो सकता है।
दरअसल, ये तारीखें बताती हैं कि अप्रवासी वीज़ा आवेदकों को राष्ट्रीय वीज़ा केंद्र में कब एकत्रित होना होगा और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने चाहिए। EB-5 अनरिजर्व्ड वीजा कैटगरी में अप्रैल 2025 के लिए फाइनल एक्शन डेट्स दो साल पीछे चले जाने के बाद अब ये तारीख चीन के लिए 22 जनवरी 2014 और भारत के लिए 01 नवंबर 2019 हो गई है।
Visa Retrogression कब होता है
वीज़ा रिट्रोग्रेशन तब होता है, जब यूएस डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट वीज़ा बुलेटिन में प्राथमिकता तारीखों को पीछे की ओर ले जाता है, जिससे ग्रीन कार्ड आवेदकों के लिए देरी होती है। यह आमतौर पर रोजगार-आधारित या परिवार-प्रायोजित अप्रवासी वीज़ा के लिए आवेदन करने वाले लोगों को प्रभावित करता है।
प्राथमिकता तारीख क्या है
प्राथमिकता तारीख वह तिथि होती है, जब यूएस नागरिकता और आव्रजन सेवा को उचित रूप से दायर अप्रवासी याचिका प्राप्त होती है। हर महीने, वीज़ा बुलेटिन कटऑफ़ डेट्स को सूचीबद्ध करता है। यदि किसी आवेदक की प्राथमिकता तारीख सूचीबद्ध तारीख से पहले है, तो वे अपने ग्रीन कार्ड आवेदन के साथ आगे बढ़ सकते हैं। जब रिट्रोग्रेशन होता है, तो सूचीबद्ध कटऑफ डेट्स पीछे चली जाती है, जिससे कई आवेदकों के लिए प्रक्रिया रुक जाती है।
