वॉशिंगटन (ट्रैवल पोस्ट) Indians will be expelled from America on a large scale : अमेरिका में रहने वाले H1-B वीजा धारकों के सामने बहुत बड़ा संकट आने वाला है। 2025 की शुरुआत में ही वैश्विक स्तर पर 50000 से ज्यादा नौकरियां एआई खा चुका है। इस बीच ट्रंप प्रशासन के आने के बाद अमेरिकी कंपनियों ने विदेशियों की भर्ती प्रक्रिया को सख्त कर दिया है।
माइक्रोसॉफ्ट, मेटा, क्राउडस्ट्राइख और ब्लॉक जैसी कंपनियां ऑटोमेशन, दक्षता और आर्थिक सावधानी का हवाला देते हुए नौकरियों में कटौती कर रही हैं, तो अमेरिकी इमिग्रेशन विभाग ने वर्क वीजा कार्यक्रमों के लिए जांच कड़ी कर दी है। इसमें H1-B वीजा खास है, जिस पर बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिका में रहते हैं।
एआई बन रही टेक वर्कर के लिए खतरा
इस बीच एक सोशल मीडिया पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें अगले कुछ सालों में अमेरिका से भारतीय और चीनी प्रोफेशनल के ‘बड़े पैमाने पर पलायन’ की भविष्यवाणी की गई है। रेडिट पर की गई पोस्ट में कहा गया है कि जैसे-जैसे AI नियमित और मध्यम स्तर के कामों को संभालता जाएगा, कंपनियों को कम कर्मचारियों की आवश्यकता होगी।
