नई दिल्ली (ट्रैवल पोस्ट) : Noida International Airport : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब निर्माण के अंतिम चरण में पहुंच चुका है। लंबे इंतजार के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यहां से पहली कमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरेगी। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ नोएडा और ग्रेटर नोएडा, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक बड़ा बदलाव साबित होगा। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बढ़ती भीड़ और सीमित स्लॉट्स के बीच यह नया एयरपोर्ट यात्रियों के लिए बड़ी राहत बनने वाला है।
एयरपोर्ट को 30 नवंबर तक DGCA से एयरोड्रोम लाइसेंस मिलने की संभावना है। इसी लाइसेंस के बाद औपचारिक संचालन की मंजूरी दी जाएगी। प्रोजेक्ट का विकास यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) कर रहा है, और एयर इंडिया, अकासा एयर और इंडिगो जैसी एयरलाइंस इसके पार्टनर हैं।
Noida International Airport : 24 नवंबर 2025 को अंतिम सिक्योरिटी इंस्पेक्शन होगा, जिसमें DGCA, यूपी सिविल एविएशन डिपार्टमेंट, सेंट्रल मिनिस्ट्री, NIAL, CISF और कई एयरलाइंस के अधिकारी शामिल होंगे। इस निरीक्षण में ATC टावर, टर्मिनल बिल्डिंग और एयरसाइड एरिया सहित पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर की विस्तृत जांच होगी। अधिकारियों के मुताबिक, स्लॉट अलॉटमेंट, रूट फाइनलाइजेशन और फ्लाइट शेड्यूल सेट करने में एयरलाइंस को कम से कम एक महीना लगता है। इसलिए नवंबर 2025 में लाइसेंस मिलने के बाद भी 2026 से पहले कमर्शियल उड़ानें शुरू होने की संभावना कम है।
लाइसेंस जारी होने के बाद उद्घाटन की तारीख प्रधानमंत्री कार्यालय से तय की जाएगी। यदि तारीख जल्दी मिलती है, तो उद्घाटन के 30–45 दिन बाद ऑपरेशन शुरू हो सकते हैं। रनवे स्ट्रेंथ, सेफ्टी जोन, टैक्सीवे, एप्रॉन, नेविगेशन सिस्टम, मौसम डेटा, इमरजेंसी प्लान, फायर रेस्क्यू और वाइल्डलाइफ मैनेजमेंट जैसी लगभग सभी प्रमुख जांचें पूरी हो चुकी हैं।












