ट्रैवल पोस्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-वाराणसी हाईस्पीड रेल कॉरिडोर से जोड़ने का रास्ता साफ हो गया है। इसके साथ ही दिल्ली और नोएडा एयरपोर्ट के बीच की 70 किलोमीटर की दूरी महज 21 मिनट में तय हो सकेगी।
📍 प्रोजेक्ट का रूट और स्टेशन
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प्रारंभिक स्टेशन: दिल्ली का सराय काले खां
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पहला स्टॉप: नोएडा सेक्टर-148
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दूसरा स्टॉप: नोएडा एयरपोर्ट का ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन सेंटर (भूमिगत स्टेशन)
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आगे का रूट: मथुरा, आगरा, लखनऊ, प्रयागराज होते हुए वाराणसी तक
⚡ यात्रा समय में क्रांतिकारी बदलाव
| मार्ग | वर्तमान समय | बुलेट ट्रेन से समय |
|---|---|---|
| दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट | 2-3 घंटे | सिर्फ 21 मिनट |
| दिल्ली से वाराणसी | 10+ घंटे | 4 घंटे |
🏗️ इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण योजना
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रेलवे ट्रैक नोएडा और ग्रेनो एक्सप्रेसवे के सेंटर में एलिवेटेड बनेगा
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यमुना एक्सप्रेसवे से होते हुए एयरपोर्ट के जीटीसी तक पहुंचेगा
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नोएडा एयरपोर्ट का स्टेशन भूमिगत बनेगा
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एनएचआरसीएल और नायल के बीच सैद्धांतिक सहमति हो चुकी है
🌟 यात्रियों को लाभ
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बेहतर कनेक्टिविटी: दुनियाभर से आने वाले यात्रियों के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी
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तीर्थ स्थलों की सुगम यात्रा: अयोध्या, मथुरा-वृंदावन, काशी विश्वनाथ और ताजमहल तक आसान पहुंच
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एयरपोर्ट कनेक्टिविटी: नोएडा एयरपोर्ट और आईजीआई एयरपोर्ट के बीच आसान सफर
🔧 अन्य विकासात्मक परियोजनाएं
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एआई पार्किंग मैनेजमेंट: वाहनों की निगरानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से
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मेट्रो कनेक्टिविटी: एयरपोर्ट को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ा जाएगा
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अतिरिक्त रेल लिंक: रंधी से चोला तक 61 किमी नया रेल ट्रैक
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एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी: यमुना एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ाव
📈 एयरपोर्ट की क्षमता
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प्रथम चरण: 1.2 करोड़ यात्री प्रति वर्ष
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अंतिम चरण: 7 करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक
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लाभ: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर दबाव में कमी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बुलेट ट्रेन से सीधे जुड़ने वाला देश का पहला अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा। इस परियोजना से यात्रियों को अभूतपूर्व कनेक्टिविटी और सुविधा मिलेगी, जो भारत के बुनियादी ढांचे में एक नया मानक स्थापित करेगी।












