Pakistan will crave for water, but will not get a visa
नई दिल्ली (ट्रैवल पोस्ट) Pakistan will crave for water : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। प्रधानमंत्री आवास पर हुई सीसीएस बैठक के बाद ने पांच बड़े फैसले लिए गए हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि सीमा पार से भारत के खिलाफ लगातार रची जा रही साजिश को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को तोड़ने का फैसला किया है। इसके साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा पर रोक जैसे कई अहम फैसले लिए गए हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि भारत सरकार के इन फैसलों का पाकिस्तान पर क्या असर होगा?
पानी को तरस जाएगा पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को रद्द करने का फैसला किया गया है। इस फैसले का बड़ा असर पाकिस्तान पर पड़ सकता है। समझौते के तहत तीन पश्चिमी नदियों चिनाब, झेलम और सिंधु नदी का संपूर्ण जल पाकिस्तान को मिलता है. वहीं, भारत को सतलुज, व्यास और रावी नदियों का जल प्राप्त होता है।
समझौते को रद्द करने से चिनाब, झेलम और सिंधु नदी का जल पाकिस्तान को नहीं मिल जाएगा। बता दें, पाकिस्तान में पंजाब और सिंध प्रांत के लोग खेती और अन्य जरूरतों के लिए पूरी तरह से इन नदियों के पानी पर निर्भर हैं। समझौता रद्द होने से ये दोनों प्रांत पानी को तरस जाएंगे, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा सकता है।
पाकिस्तानियों को नहीं मिलेग वीजा
भारत ने दूसरा बड़ा फैसला पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा जारी करने पर रोक लगाकर लिया है. भारत सरकार अब पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा जारी नहीं करेगी। इसका असर उन पाकिस्तानी मरीजों पर पड़ेगा, जो बड़ी संख्या में भारत इलाज के लिए आते हैं। दरअसल, बीते कुछ सालों में भारत बड़े मेडिकल डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है और कई देशों के लोग भारत इलाज के लिए आते हैं, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल है।












