नई दिल्ली (ट्रैवल पोस्ट) Shock to Indians dreaming of going to America : अमेरिका की यात्रा का सपना देखने वाले भारतीयों के लिए एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया पायलट वीजा प्रोग्राम लागू करने का फैसला लिया है, जिसके तहत टूरिस्ट और बिजनेस वीजा पर अमेरिका जाने वाले कुछ देशों के नागरिकों से $15,000 (करीब ₹13 लाख) का सिक्योरिटी बॉन्ड जमा कराने का प्रावधान किया गया है। यह कदम अवैध प्रवास को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है, लेकिन इससे भारत जैसे देशों के यात्रियों के लिए अमेरिका पहुंचना और भी मुश्किल हो सकता है।
क्यों लिया जाएगा 13 लाख रुपये का बॉन्ड?
अमेरिकी सरकार का तर्क है कि बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक वीजा समाप्त होने के बाद भी अमेरिका में अवैध रूप से रुक जाते हैं। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने यह पायलट प्रोग्राम इसलिए शुरू किया है ताकि टूरिस्ट और बिजनेस वीजा धारकों को समय पर देश छोड़ने के लिए मजबूर किया जा सके। बांड की रकम का निर्धारण वाणिज्य दूतावास अधिकारी अपने विवेक से करेंगे। अगर यात्री वीजा की शर्तों का पालन कर समय पर लौटते हैं तो यह राशि उन्हें वापस कर दी जाएगी।

Shock to Indians dreaming of going to America : भारतीयों पर सबसे ज्यादा असर!
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह नियम किन-किन देशों पर लागू होगा, लेकिन भारतीय नागरिकों की बड़ी संख्या जो अमेरिका में ओवरस्टे करते हैं, उसे देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि भारत इस लिस्ट में जरूर शामिल किया जाएगा यह फैसला खासतौर पर उन लोगों को प्रभावित करेगा जो टूरिस्ट या बिजनेस उद्देश्यों से अमेरिका जाना चाहते हैं लेकिन इतनी बड़ी रकम जमा नहीं कर सकते। इससे भारतीय मिडल क्लास का अमेरिका विजिट का सपना और भी दूर हो जाएगा।
