This country also imposed a 25% import duty when Donald Trump winked.
नई दिल्ली (ट्रैवल पोस्ट) Trump Immigration Policy And Tariff War : कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने रविवार को अमेरिकी वस्तुओं पर आयात शुल्क 25% बढ़ाने का आदेश दिया. यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कोलंबिया पर लगाए गए प्रतिबंधों के जवाब में उठाया गया है।
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब पेट्रो ने अमेरिका से कोलंबिया आने वाली दो सैन्य उड़ानों को अपने देश में उतरने की इजाजत नहीं दी। इन विमानों में कोलंबिया के वे नागरिक सवार थे जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे। इससे गुस्साए ट्रंप ने कोलंबिया पर वीजा प्रतिबंध, शुल्क वृद्धि और अन्य प्रतिशोधात्मक उपायों की घोषणा की. हालांकि, ट्रंप प्रशासन ने अब तक अपने प्रतिबंधों को लागू करने का आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया है।
कोलंबिया के राष्ट्रपति पेट्रो ने भी ट्रंप की घोषणा का जवाब उन्ही के लहजे में दिया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पेट्रो ने लिखा, “मैंने विदेश व्यापार मंत्री को अमेरिकी वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाने का आदेश दिया है।” ]
कोलंबिया अमेरिका को कच्चा तेल, कोयला, सोना, कॉफी और ताजे फूल भारी मात्रा में निर्यात करता है. कोलंबिया अमेरिका का चौथा सबसे बड़ा विदेशी कच्चे तेल का आपूर्तिकर्ता है। पिछले साल प्रतिदिन लगभग 209,000 बैरल तेल अमेरिका भेजा।
विमानों को लौटाने से गुस्साए ट्रंप
डोनाल्ट ट्रंप कोलंबिया के दो सैन्य विमानों को उतरने की इजाजत न देने से आग-बबूला हो गए। उन्होंने ट्रूथ सोशल पर लिखा, “कोलंबिया सरकार ने अमेरिकी सैन्य विमानों को अस्वीकार कर हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को खतरे में डाला है। यह सिर्फ शुरुआत है।” ट्रंप ने कोलंबिया से आने वाले सभी सामानों पर आयात शुल्क 25% बढ़ाने का आदेश दिया, जिसे एक सप्ताह में 50% तक बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने कोलंबियाई सरकारी अधिकारियों, सहयोगियों और समर्थकों पर यात्रा प्रतिबंध और तत्काल वीजा रद्दीकरण का भी आदेश दिया।
कोलंबिया ने भी ट्रंप पर पलटवार करते हुए न केवल अमेरिकी वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की बल्कि अमेरिका में रह रहे अवैध कोलंबियाई नागरिकों को वापस लेने पर शर्तें भी रख दी।
राष्ट्रपति पेट्रो ने अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों के साथ “गरिमा” से व्यवहार करने की मांग करते हुए कहा, “एक प्रवासी अपराधी नहीं है। हम नागरिक विमानों में अपने लोगों को स्वीकार करेंगे, लेकिन अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं होने देंगे।
