नई दिल्ली (ट्रेवल पोस्ट) US H-1B visa : अमेरिका जाने की योजना बना रहे भारतीयों के लिए अच्छी खबर है। अमेरिकी सरकार ने H-1बी वीजा अपॉइंटमेंट को सरल और सुव्यवस्थित बनाने के लिए नए नियमों की घोषणा की है। इससे भारतीय टेक प्रोफेशनल्स को वीजा प्रोसेसिंग में राहत मिलने की उम्मीद है।
नए नियम 2025 से होंगे लागू
अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में जानकारी दी है कि भारत में अमेरिकी दूतावास 1 जनवरी 2025 से गैर-आप्रवासी वीजा अपॉइंटमेंट की शेड्यूलिंग और रि-शेड्यूलिंग के लिए नए नियम लागू करेगा। इन बदलावों का उद्देश्य वीजा प्रक्रिया को तेज़ और प्रतीक्षा समय को कम करना है।
रिशेड्यूलिंग में मिलेगी सुविधा
नए नियमों के तहत, वीजा अपॉइंटमेंट को एक बार बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के रिशेड्यूल किया जा सकेगा। हालांकि, यदि आवेदक रिशेड्यूल अपॉइंटमेंट से चूक जाते हैं या इसे एक बार से अधिक रिशेड्यूल करना चाहते हैं, तो उन्हें नई अपॉइंटमेंट लेनी होगी और फी का पुनः भुगतान करना होगा।
वीजा प्रक्रिया में पारदर्शिता और तेजी
दूतावास ने कहा है कि इन बदलावों से वीजा अपॉइंटमेंट लेना आसान और तेज़ हो जाएगा। सभी आवेदकों से आग्रह किया गया है कि वे अपनी निर्धारित अपॉइंटमेंट में शामिल हों, ताकि प्रक्रिया सुचारू बनी रहे।
H-1बी वीजा नियमों में संशोधन
बाइडेन प्रशासन ने H-1बी वीजा नियमों में भी संशोधन किया है, जो 17 जनवरी 2025 से लागू होंगे। इन नियमों के तहत आवेदकों को यह साबित करना होगा कि उनकी डिग्री उनके काम से संबंधित है। इससे वीजा के दुरुपयोग को रोकने और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।
आव्रजन प्रक्रिया में सुधार
आव्रजन अधिकारियों को पूर्व अनुमोदन के आधार पर विस्तार अनुरोधों को संसाधित करने का अधिकार दिया गया है। यह कदम वीजा प्रक्रिया को और अधिक कुशल और तेज़ बनाने की दिशा में उठाया गया है।
तकनीकी विशेषज्ञों को लाभ
नए नियमों के जरिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नौकरी की रिक्तियों को तेजी से भरा जा सकेगा। यह पहल भारतीय पेशेवरों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो अमेरिकी तकनीकी क्षेत्र में अपना करियर बनाने की इच्छा रखते हैं। इन बदलावों से वीजा प्रक्रिया अधिक सुव्यवस्थित, पारदर्शी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बन जाएगी, जिससे भारतीय आवेदकों को काफी राहत मिलेगी।
