न्यूयोर्क (ट्रैवल पोस्ट) US New Visa Application Centre : भारतीयों के बीच अमेरिका जाने की होड़ मची हुई है। कोई पढ़ाई के सिलसिले से तो कोई नौकरी की तलाश में अमेरिका जा रहा है। हालांकि, इन सभी लोगों के लिए अमेरिका का वीजा हासिल करना बेहद चुनौतीपूर्ण हो रहा है। इसकी वजह ये है कि भारत में मौजूद अमेरिकी वीजा एप्लिकेशन सेंटर्स (VAC) पर बहुत ज्यादा एप्लिकेशन आते हैं। हालांकि, अमेरिका भारतीयों के बीज बढ़ती वीजा डिमांड को देखते हुए एक नया वीजा एप्लिकेशन सेंटर खोलना चाहता है।
US New Visa Application Centre बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम या विजयवाड़ा में एक नया VAC खोलने पर विचार कर रहा है। अमेरिकी कॉउन्सल जनरल रिबका ड्रेम ने इसकी जानकारी दी है। VAC पर आवेदक अमेरिका के वीजा के लिए अपने एप्लिकेशन फॉर्म को जमा करते हैं। यहां पर आवदेकों के बायोमेट्रिक इंफोर्मेशन, जैसे फिंगरप्रिंट्स और डिजिटल फोटोग्राफ्स भी लिए जाते हैं। भारत में अभी 5 VAC हैं, जो चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और नई दिल्ली में मौजूद हैं।
US New Visa Application Centre अमेरिका जाने में आगे आंध्र प्रदेश-तेलंगाना के लोग
वर्तमान में विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा के लोगों के लिए सबसे नजदीकी VAC हैदराबाद में है। अमेरिका की तरफ से नए VAC खोलने का मन इसलिए बनाया जा रहा है, क्योंकि हाल ही में हैदराबाद के अमेरिकी दूतावास ने भारतीय छात्रों से जुड़े एक चौंकाने वाले आंकड़ों को सामने रखा है। दूतावास के आंकड़ों में बताया गया है कि पिछले साल अमेरिका जाने वाले लगभग 56% भारतीय छात्र तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से थे। इनमें से 34% तेलंगाना से और 22% आंध्र प्रदेश से थे।
US New Visa Application Centre अमेरिका में बढ़ रही भारतीय छात्रों की संख्या
विशाखापत्तनम यात्रा के दौरान, रिबका ड्रेम और हैदराबाद दूतावास के पब्लिक अफेयर्स ऑफिसर एलेग्जेंडर मैकलारेन ने बताया कि भारत से अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। यह संख्या पिछले साल की तुलना में 300% अधिक है।
US New Visa Application Centre हालांकि दोनों राज्यों से जाने वाले छात्रों की सही संख्या नहीं बताई गई, लेकिन अनुमान है कि यहां के लगभग 1,80,000 छात्र अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं। कुल मिलाकर, भारत ने 2023 में लगभग 3,30,000 छात्र अमेरिका भेजे, जिससे यह अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए सबसे बड़ा स्रोत देश बन गया है
