नई दिल्ली (ट्रेवल पोस्ट) US Visa : अमेरिका में परमानेंट रहना और नौकरी करना उतना आसान नहीं है जितना आप सोचते हैं। इसे हासिल करने के लिए कई बाधाओं को पार करना होगा। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आपको संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थायी निवास के लिए एक विशेष वीज़ा दिया जाता है। इस वीज़ा को प्राप्त करने के लिए बहुत अधिक बुद्धिमत्ता की आवश्यकता होती है। इसके अलावा अगर आपके पास पैसे हैं तो आपको यह वीजा आसानी से मिल सकता है। आइए इस वीज़ा के बारे में और अधिक बताते है-
दरअसल, अमेरिका में एक इंप्लॉयमेंट बेस्ड (EB) वीजा होता है, जिसे ग्रीन कार्ड के तौर पर भी जाना जाता है। इस वीजा के जरिए किसी भी शख्स को अमेरिका में स्थायी रूप से रहने का मौका मिलता है। इंप्लॉयमेंट बेस्ड वीजा पांच कैटेगरी में दिया जाता है, जो नौकरी या टैलेंट के आधार पर मिलता है। इंप्लॉयमेंट बेस्ड वीजा लेने के लिए आपको यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विस (USCIS) को ठोस वजहें भी बतानी पड़ती हैं। इस वीजा की जो पांच कैटेगरी है, उसमें से हर एक के लिए भारतीय एलिजिबल हैं।
US Visa :
अमेरिका की तरफ से हर साल 6.75 लाख इंप्लॉयमेंट बेस्ड (EB) वीजा/ग्रीन कार्ड जारी किए जाते हैं, जो लोगों को परमानेंट रेजिडेंसी देने का सबूत होता है। EB वीजा की पांच कैटेगरी होती हैं, जिनके बारे में नीचे डिटेल्स से बताया गया है।
EB-1 Visa: USCIS की तरफ से ये वीजा उन विदेशी लोगों को दिया जाता है, जिनके पास अपनी फील्ड में असाधारण काबिलियत है। अगर कोई भारतीय साइंस, आर्ट्स, एजुकेशनल, बिजनेस या एथलेटिक्स की फील्ड में असाधारण काबिलियत रखता है तो वह इस वीजा के लिए अप्लाई कर सकता है।
EB-2 Visa: ये इंप्लॉयमेंट बेस्ड वीजा की दूसरी कैटेगरी है। इसके तहत उन लोगों को वीजा मिलता है, जिनके पास अडवांस डिग्री या अपने संबंधित फील्ड में असाधारण योग्यता है। अगर कोई अमेरिका के राष्ट्रीय हित में काम कर रहा है तो उसे भी इस वीजा के तहत स्थायी के तौर पर रहने की इजाजत दी जा सकती है।
EB-3 Visa: वीजा की इस कैटेगरी के तहत उन लोगों को परमानेंट रेजिडेंसी मिलती है, जो स्किल वर्कर्स, प्रोफेशनल्स या अन्य वर्कर्स हैं। इस वीजा को हासिल करने में सबसे ज्यादा टाइम लगता है। भारतीयों को इस कैटेगरी के तहत ही सबसे ज्यादा परमानेंट रेजिडेंसी हासिल होती है।
EB-4 Visa: ये वीजा कुछ खास अप्रवासियों के लिए है, जो बाकी की कैटेगरी में फिट नहीं हो पाते हैं। EB-4 वीजा अक्सर धार्मिक कामों को करने वाले लोगों को दिया जाता है, लेकिन ये कई बार अमेरिकी सेना में काम कर चुके विदेशी नागरिकों और डॉक्टरों को भी मिल जाता है।
EB-5 Visa: इंप्लॉयमेंट बेस्ड वीजा की पांचवीं कैटेगरी EB-5 वीजा है। इसके जरिए उन लोगों को परमानेंट रेजिडेंसी दी जाती है, जो अमेरिकी कंपनी में निवेश करते हैं। इसके तहत ऐसी कंपनियों में निवेश करना होता है, जिससे कम से कम 10 लोगों को नौकरी मिले।
