The passenger changed the name of his WiFi hotspot to ‘There is a bomb in flight’, know what is the whole matter
वॉशिंगटन (ट्रैवल पोस्ट) American Airlines Flight : अमेरिकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट में पिछले हफ्ते शुक्रवार को उस समय देरी हुई जब एक यात्री ने अपने वाईफाई हॉटस्पॉट का नाम बदलकर ‘फ्लाइट में बम है’ रख दिया। यह घटना ऑस्टिन-बर्गस्ट्रॉम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई। फ्लाइट टेक्सास के ऑस्टिन से नॉर्थ कैरोलिना के शेर्लोट जा रही थी।
यह दोपहर 1:42 बजे उड़ान भरने वाली थी। हॉटस्पॉट नाम के बारे में पता चलने पर फ्लाइट में चार घंटे से ज्यादा की देरी हुई। पुलिस के आने पर सभी यात्रियों को सुरक्षा जांच के लिए विमान से उतरना पड़ा क्योंकि आरोपी सामने नहीं आया।
यह घटना अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 286 में घटी। जांच के लिए पुलिस को बुलाया गया। सभी यात्रियों को विमान से उतारा गया और दोबारा सुरक्षा जांच की गई। इसके साथ ही विमान में भी बम की तलाशी ली गई।
विमान में ली गई तलाशी
63 वर्षीय यात्री ब्रूस स्टीन ने बताया कि पायलट ने शुरुआत में देरी का कारण ‘प्रशासनिक समस्या’ बताया था, लेकिन बाद में पता चला कि किसी ने अपने हॉटस्पॉट का नाम बदल दिया था। पुलिस ने आरोपी से सामने आने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर यह एक ‘व्यावहारिक मजाक’ होता तो स्थिति को ‘अलग तरीके से’ संभाला जाता।
स्टीन के अनुसार, एक लेफ्टिनेंट ने यात्रियों से कहा, “अगर यह एक मजाक है, तो कृपया अपना हाथ अभी उठाएं, क्योंकि हम इस व्यावहारिक मजाक से अलग तरीके से निपट सकते हैं, बजाय इसके कि हमें यहां क्या हो रहा है, इसकी पूरी जांच करनी पड़े।
बैग भी उतारकर जांचे गए
‘व्यू फ्रॉम द विंग’ की रिपोर्ट के अनुसार, यात्रियों को एक घेराबंदी वाले क्षेत्र में ले जाया गया, जहां उनकी फिर से सुरक्षा जांच की गई। ABC न्यूज के अनुसार, उनके बैग भी उतारे गए और दोबारा जांच की गई।
ABC न्यूज के अनुसार, सामान के साथ-साथ, विमान में विस्फोटकों की जांच की गई। फ्लाइट शाम लगभग 6:15 बजे उड़ान भरने में सफल रही। TSA के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि वे बम की धमकियों को बहुत गंभीरता से लेते हैं।”
प्रवक्ता ने आगे कहा, “सभी यात्रियों और उनके सामान की फिर से जांच की गई।” रिपोर्ट के अनुसार, दोबारा जांच के दौरान यात्रियों के बैगों को बम खोजी कुत्तों ने सूंघा। इस बीच, ऑस्टिन पुलिस विभाग ने ‘पीपल’ को बताया, “इस घटना से हवाई अड्डे के संचालन पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा।”
