Singapore’s passport is the most powerful among all countries, know how low is India’s rank?
नई दिल्ली (ट्रैवल पोस्ट) Most Powerful Passport : जैसे की हम जानते हैं कि पासपोर्ट बनवाना कोई आसान टास्क नहीं है। अगर एक छोटी गलती भी है तो उसे दुरस्त कराने में काफी समय लग जाता है। इससे यह भी पता चलता है कि आखिर पासपोर्ट कितना जरूरी है। ना सिर्फ देश के मकसद से बल्कि ग्लोबली भी ऐसे में आपको यह भी जानना चाहिए कि आप जिस देश में रहते हैं, वहां का पासपोर्ट कितना मजबूत है और दुनिया में उसको कितनी स्वीकार्यता दी जाती है।
2025 हेनले पासपोर्ट सूचकांक के अनुसार, दुनिया का सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट सिंगापुर का है, जबकि भारत का स्थान काफी नीचे है। भारत का नंबर 80वां है. भारत के साथ अल्जीरिया, इक्वेटोरियल गिनी और ताजिकिस्तान भी संयुक्त रूप से 80वें स्थान पर हैं।
यह सूचकांक हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा तैयार किया गया है, जो एक वैश्विक सरकारी एडवाइजरी फर्म है, जो दुनिया के सभी 199 पासपोर्टों को उन गंतव्यों की संख्या के अनुसार रैंक करता है, जहां उन्हें आसानी से एक्सेस मिल जाता है. हेनले का कहना है कि यह अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) के डेटा पर आधारित है।
सिंगापुर का पासपोर्ट पावरफुल क्यों?
सिंगापुर का पासपोर्ट कुल 227 देशों में से 193 देशों तक पहुंच प्रदान करता है, इसके बाद दूसरे स्थान पर जापान और दक्षिण कोरिया के पासपोर्ट हैं, जिनकी पहुंच 190 देशों तक है, तथा तीसरे स्थान पर सात देशों के पासपोर्ट हैं, जिनमें डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली और स्पेन शामिल हैं, जिनकी पहुंच 189 देशों तक है।
अफगानिस्तान सूची में सबसे नीचे
अफगानिस्तान सूची में सबसे नीचे 99वें स्थान पर रहा, जिसकी पहुंच सिर्फ 25 देशों तक है. वहीं, सीरिया 27 देशों तक पहुंच के साथ 98वें स्थान पर और इराक 30 देशों तक पहुंच के साथ 97वें स्थान पर रहा।
पिछले दशक से सूचकांक पर सबसे ज्यादा चढ़ने वाले देशों में से एक UAE रैंकिंग के ऊपरी पायदान पर पहुंचने वाला पहला और एकमात्र अरब देश रहा है. इसने 2015 से अतिरिक्त 72 गंतव्यों तक पहुंच हासिल की, दुनिया भर में 185 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त पहुंच के साथ 32 पायदान चढ़कर 10वें स्थान पर पहुंच गया। इस बीच, सूचकांक में सबसे बड़ी गिरावट वेनेजुएला की रही, उसके बाद आश्चर्यजनक रूप से अमेरिका का स्थान रहा. यह आंकड़े 2015 से 2025 के बीच के हैं।
शोध से यह भी पता चलता है कि जिन देशों के वीजा स्वीकार नहीं किए जाते हैं। उनमें टॉप 10 देशों में से छह अफ्रीका में हैं। इसमें सबसे खराब 61.3% अस्वीकृति दर के साथ कोमोरोस शामिल है, उसके बाद 51% के साथ गिनी-बिसाऊ और 47.5% के साथ घाना है।












