धर्म (ट्रेवल पोस्ट) : Religious Tours : सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। इसे श्रावण मास के नाम से भी जाना जाता है। इस महीने में भगवान शिव के भक्त पूरी श्रद्धा के साथ अपने आराध्य की पूजा करते हैं। इस महीने में अगर विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा की जाए तो उन्हें बहुत जल्दी प्रसन्न किया जा सकता है। इस महीने में सावन सोमवार का व्रत और विशेष रूप से शिव पूजा का भी चलन है। भोलेनाथ के भक्तों को उनकी पूजा के लिए 4 के बजाय 8 दिन सावन के मिलेंगे। आइए जानते हैं किन मंदिरों में तपस्वियों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
दक्षेश्वर महादेव मंदिर
हरिद्वार के कनखल में स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर हिंदू तीर्थ स्थलों में उच्च स्थान रखता है। यह मंदिर अपनी आस्था और चमत्कारों के लिए देशभर में मशहूर है। यह दक्षेश्वर महादेव मंदिर में जल चढ़ाने से अपनी मनोकामना पूरी होती है। इसी वजह से सावन के महीने में यहां लाखों शिवभक्त महादेव के विशेष दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।
कैलाश मंदिर
एलोरा में स्थित कैलाश मंदिर भारत के सबसे खूबसूरत शिव मंदिरों में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर के निर्माण के दौरान लगभग 40,000 टन वजनी पत्थरों को काटा गया था। यह एलोरा के 34 मंदिरों का हिस्सा है। इस मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में हुआ था। सावन में इस मंदिर का दर्शन जरूर करें।
अमरनाथ मंदिर
अमरनाथ मंदिर हिंदुओं का सबसे पूजनीय तीर्थ स्थान है। मान्यता है कि बाबा अमरनाथ के दर्शन मात्र से पुण्य की प्राप्ति होती है। यहां एक गुफा है जहां प्राकृतिक रूप से शिवलिंग बनता है।यहां बाबा बर्फानी 10 फुट ऊंचे शिवलिंग के रूप में विराजमान होते हैं। सावन के महीने में यहां श्रद्धालुओं की संख्या सैकड़ों-हजारों में होती है।
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Religious Tours : मुरुदेश्वर मंदिर
उत्तरी कर्नाटक में मुरुदेश्वर मंदिर भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यह स्थान भगवान शिव की दूसरी सबसे ऊंची प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण इसके चारों ओर का सुंदर परिदृश्य है। मूर्ति के बगल में भगवान शिव को समर्पित एक 20 मंजिला मंदिर बनाया गया था। मंदिर के पास एक एलिवेटर भी बनाया गया है ताकि पर्यटक विशाल प्रतिमा के मनमोहक दृश्य का आनंद ले सकें।
केदारनाथ मंदिर
लिंगराज मंदिर
लिंगराज मंदिर देश के सबसे बड़े शिव मंदिरों में से एक है। यह भुवनेश्वर का सबसे बड़ा मंदिर है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण सोमवंसी राजवंश ने करवाया था। इस मंदिर के दर्शन के लिए सावन का समय अच्छा माना जाता है।
सोमनाथ महादेव मंदिर
सोमनाथ मंदिर भी 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के चमत्कारों का उल्लेख महाभारत, श्रीमद्भगवद्गीता और स्कंद पुराण में भी मिलता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, चंद्रदेव ने भगवान शिव को अपना स्वामी मानकर इसी स्थान पर तपस्या की थी। तब से इस स्थान का नाम बदलकर सोमनाथ (सोम “चंद्र” नाथ “स्वामी”) हो गया। सावन के महीने में यहां हजारों की संख्या में शिवभक्त दर्शन के लिए आते हैं।
Religious Tours : बाबा बैद्यनाथ मंदिर
झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह एकमात्र शिव मंदिर है जहां शिव और शक्ति एक साथ विराजमान हैं। सावन के महीने में बड़ी संख्या में कांवरिया और शिवभक्त यहां पवित्र जल भरकर भगवान शिव की पूजा अर्चना करने आते हैं।
