नई दिल्ली (ट्रेवल पोस्ट) US H-1B Visa : अमेरिका में नौकरी की तलाश में जाने वाले हजारों भारतीयों के लिए H-1B वीजा प्रोग्राम बेहद अहम है। खासकर, टेक सेक्टर में काम करने वालों के लिए यह वीजा मुख्य आधार बनता है। ब्लूमबर्ग लॉ की एक रिपोर्ट के अनुसार, H-1B वीजा प्रोग्राम में जल्द ही बड़े बदलाव किए जाने की संभावना है। व्हाइट हाउस का ऑफिस ऑफ इंफॉर्मेशन एंड रेगुलेटरी अफेयर्स (OIRA) इन प्रस्तावित बदलावों की समीक्षा कर रहा है, जो अपने अंतिम चरण में है।
क्या बदल सकता है वीजा प्रोग्राम में?
‘यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज’ (USCIS) ने पिछले साल H-1B वीजा के लिए नए नियमों का ड्राफ्ट पेश किया था। इसमें वीजा के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता और अन्य शर्तों में संशोधन शामिल थे। रिपोर्ट के मुताबिक, OIRA ने इन प्रस्तावित नियमों (1615-AC70) को प्राप्त कर लिया है और अंतिम समीक्षा जारी है।
लॉटरी सिस्टम में होगा बदलाव
H-1B वीजा चयन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए लॉटरी सिस्टम में भी बदलाव प्रस्तावित है। नए नियमों के तहत सभी आवेदकों को समान अवसर मिलेगा। यह अपडेट जनवरी 2025 में शुरू होने वाली वीजा लॉटरी के लिए अंतिम रूप से लागू किया जाएगा। H-1B प्रोग्राम के तहत हर साल 85,000 वीजा जारी किए जाते हैं, जिनमें से 20,000 वीजा अमेरिका में पढ़ाई पूरी करने वाले छात्रों के लिए आरक्षित होते हैं।
विजा एक्सटेंशन और पारदर्शिता
ड्राफ्ट नियमों में वीजा एक्सटेंशन के लिए पहले दिए गए फैसलों को मान्यता देने की बात कही गई है। इसका मतलब है कि अगर पहले किसी केस में वीजा एक्सटेंशन मिला है, तो समान परिस्थितियों में नए मामलों में भी आसानी से एक्सटेंशन दिया जाएगा। इससे प्रक्रिया तेज और पारदर्शी हो जाएगी।
भारतीयों पर पड़ेगा असर
H-1B वीजा प्रोग्राम में बदलाव से भारतीय टेक प्रोफेशनल्स पर बड़ा असर पड़ेगा। हर साल बड़ी संख्या में भारतीय इस वीजा के जरिए अमेरिका जाकर काम करते हैं। हालांकि, USCIS ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि इन बदलावों का आधिकारिक ऐलान कब किया जाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि नए नियमों के तहत प्रक्रिया अधिक स्पष्ट और निष्पक्ष होगी, जिससे आवेदकों के लिए यह प्रोग्राम और अधिक सुगम हो सकता है।
