यह नियम 21 नवंबर, 2022 से लागू हो गया है। यूएई सरकार के नियम में बदलाव करने के बाद एयरलाइंस कंपनियों ने इस बारे में ट्रेवल एजेंट्स को बता दिया है।

  • यूएई ने वीजा नियमों में क्या बदलाव किए हैं?
  • सिंगल नेम और सरनेम के बारे में यूएई के नए वीजा नियम क्या हैं?
  • पहले से जारी वीजा पर यूएई के नए नियम का क्या असर पड़ेगा?
  • यूएई के नए वीजा नियम का किन लोगों पर असर नहीं होगा?

यूएई ने वीजा से जुड़े नए नियम(UAE New Visa Rule) जारी किए हैं। इनमें कहा गया है कि जिन लोगों का नाम केवल एक शब्द का है, उन्हें यूएई में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसे उदाहरण से समझें तो इसका मतलब यह है कि अगर किसी का नाम चंद्रभूषण या सरफराज हो और इसके बाद कोई सरनेम न हो, तो यूएई सरकार उसे यूएई में नहीं आने देगी। इसका यह भी मतलब है कि फर्स्ट नेम न हो और केवल सरनेम हो, तो ऐसे लोगों को भी यूएई अपने यहां नहीं आने देगा। ऐसे सिंगल नेम वाले व्यक्तियों को यूएई की यात्रा करने, वहां का एंप्लॉयमेंट और टेंपररी वीजा हासिल करने या वीजा ऑन अराइवल पाने की इजाजत नहीं होगी।

यूएई की नई गाइडलाइंस में कहा गया है कि ऐसे लोगों को वीजा नहीं दिया जाएगा और अगर पहले से वीजा जारी किया जा चुका हो, तो भी ऐसे लोगों (Inadmissible passengers) को यूएई आने की इजाजत नहीं होगी। यह बात एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से 21 नवंबर को जारी एक सर्कुलर में कही गई है।अमेरिका जैसे देश सिंगल नेम वाले मामलों में वीजा पर फर्स्ट नेम अननोन (FNU) लिख देते हैं। अमेरिकन वीजा के लिए जिस ऑफिशियल वेबसाइट पर अप्लाई किया जाता है, वहां लिखा है, ‘अगर आपका एक ही नाम है या अगर आपका नाम आपके पासपोर्ट में एक लाइन में ही आता है तो वीजा पर आपका पूरा नाम केवल सरनेम वाली जगह पर प्रिंट होगा और गिवेन नेम वाली जगह पर फर्स्ट नेम अननोन या FNU प्रिंट होगा।’

हालांकि यूएई के नियमों में ताजा बदलाव से यूएई के निवासियों और कार्ड होल्डर्स पर असर नहीं पड़ेगा। इनऐडमिसिबल पैसेंजर की कैटेगरी में डाल दिए गए लोगों को उसी फ्लाइट से वापस भेज दिया जाता है, जिससे वे आए हों। यूएई की नई गाइडलाइंस से काफी दिक्कत होने वाली है क्योंकि भारत से बाहर जाने वालों की बात करें तो सबसे ज्यादा लोग यूएई जाते हैं। ऐसे में उन लोगों को परेशानी हो सकती है, जिनका सिंगल नेम है।

हालांकि जहां तक गुलजार साहब की बात है तो हमने यहां उनका जिक्र उदाहरण के रूप में किया है। यूएई के नियमों से उनका कोई सीधा संबंध नहीं है। गुलजार साहब का असली नाम संपूर्ण सिंह कालरा है। उनका जन्म आज के पाकिस्तान में हुआ था। वहां के दीना नामक कस्बे में जन्मे संपूर्ण सिंह कालरा ने अदबी दुनिया में कदम रखने के बाद अपना नाम बदलकर गुलजार दीनवी रख लिया था। हालांकि बाद में उन्होंने दीनवी शब्द भी हटा दिया।

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